रिश्तों ने रंग बदला 
तो रंगो के रंग उड़ गये I
जो रगों में दौड़ता था 
वो सफ़ेद हो गया,
और जो सफ़ेद था 
उसमें रंग आ गये …
रंग मुबारक 

www.yatishjain.com

आँख खुली तो सबसे पहली मुलाकात
एक रंग से हुई
और तब से
ये मुलाकातों का  सिलसिला जारी है।
हम  आये थे एक स्वच्छ – साफ़ – श्वेत
चेहरा लिए मन का,
रंगों ने दे दिए हमें अलग-अलग रूप, पेहचान,
ये रंग हैं वक्त के, व्यवहार के, व्यक्तित्व के।
हम जब भी कहीं देखते है,
एक नया रंग दिखता है।
ये चहरे है रंगों के
ये रंग है जिंदगी के।

© 2020-2024 Qatra-Qatra क़तरा-क़तरा All Rights Reserved -- Copyright notice by Blog Copyright