आँख खुली तो सबसे पहली मुलाकात
एक रंग से हुई
और तब से
ये मुलाकातों का  सिलसिला जारी है।
हम  आये थे एक स्वच्छ – साफ़ – श्वेत
चेहरा लिए मन का,
रंगों ने दे दिए हमें अलग-अलग रूप, पेहचान,
ये रंग हैं वक्त के, व्यवहार के, व्यक्तित्व के।
हम जब भी कहीं देखते है,
एक नया रंग दिखता है।
ये चहरे है रंगों के
ये रंग है जिंदगी के।

2011

आज साल २०११ है
इस शताब्दी का पहला
दो सामान नंबरों का साल,
दो बराबर वालों का साल.

कहते है
एक और एक दो होते है,
कहते है
एक और एक साथ हों
तो ग्यारह भी होते है.

आओ साथ मिलें,
वक्त के इस ११ वे साल में
१ और १
११ बनायें.
साथ निभाएं…
शुभकामनायें …

Welcome 2009

yatish_Merry-Christmas
खुशियों का
कोई दिन नही होता,
जब चाहे मनाओ,
पर फुरसत कहाँ है
इस दौड़ धुप में,
तभी तो उपरवाले ने
त्यौहार बनाये है
हर मौसम में,
होली, दिवाली, ईद
और अब लो
आ गया क्रिसमस. 
Merry  Christmas

  

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diwali2007_yatishjain

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