Jan 20
सपनों की उड़ान बहुत ऊँची होती है
इतनी की हर उचाई छोटी पड़ जाती है
पर मन इसे देखना भूलता नहीं,
वो जाने अनजाने कोशिश करता रहता है ;
उसे पाने की
उसको जीने की,
बस एक कोशिश
क्यों की कोशिश से उसे कोई नहीं रोक सकता
चाहे वो छोटी ही क्यों ना हो.